बुधवार 22 अक्तूबर 2025 - 15:16
अगर ईरान पर हमला हुआ तो हम दुश्मन पर जहन्नम के दरवाजे खोल देंगे

हौज़ा / इस्लामी क्रांतिकारी गार्ड कॉर्प्स के कमांडर इन चीफ ने कहा,अगर ईरान के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई हुई तो हम दुश्मन के सामने जहन्नुम के दरवाज़े खोल देंगे।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , सिपाह ए पासदारान-ए-इन्कलाबी इस्लामी के कमांडर इन चीफ मेजर जनरल मोहम्मद पाकपुर ने ईरान की राजधानी तेहरान में इराक़ के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार क़ासिम अलअरजी से मुलाकात की और उनका स्वागत किया।

उन्होंने इस मुलाकात के दौरान इस्लाम और ईरान के दुश्मनों को चेतावनी दी कि अगर ईरान की संप्रभुता या सुरक्षा पर कोई हमला किया गया तो ईरान कड़ा और निर्णायक जवाब देगा।

मेजर जनरल पाकपुर ने कहा,अगर ईरान के खिलाफ कोई भी आक्रमण हुआ तो हम दुश्मन के सामने नरक के दरवाज़े खोल देंगे।

उन्होंने 12 दिन की लड़ाई के दौरान ईरान की रक्षा क्षमता और जनता की एकजुटता की प्रशंसा करते हुए कहा कि दुश्मन ने ईरानी मिसाइल सिस्टम को कमजोर समझा था लेकिन ईरान ने ताकत के साथ दुश्मन के लक्ष्य को निशाना बनाया।

जनरल पाकपुर ने कहा कि दुश्मन द्वारा ईरानी कमांडरों को निशाना बनाने और आंतरिक अशांति फैलाने की कोशिशें नाकाम रहीं जिसका श्रेय रहबर-ए-मुज़ाहिदीन ईरान के सर्वोच्च नेता की दूरदर्शिता और जनता की सतर्कता को जाता है।

सिपाह पासदारान के प्रमुख ने इराक़ की ओर से युद्ध के दौरान विद्रोही और आतंकवादी समूहों को काबू में रखने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि दोनों देशों के बीच सुरक्षा समझौते बहुत महत्वपूर्ण हैं और इन पर पूरी तरह अमल होना चाहिए।

उन्होंने सुरक्षा समझौतों के पूर्ण क्रियान्वयन और सीमा क्षेत्रों की निगरानी के लिए एक संयुक्त फील्ड कमेटी बनाने का प्रस्ताव रखा और कहा कि ये आतंकवादी समूह दोनों देशों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। दोनों देशों के सहयोग से इन पर बेहतर नियंत्रण और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।

अगर ईरान पर हमला हुआ तो हम दुश्मन पर जहन्नम के दरवाजे खोल देंगे

मुलाकात के दौरान इराक़ के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार क़ासिम अलअरजी ने ईरानी कमांडर को इराक़ के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का सलाम पहुंचाया और ईरान के साथ सुरक्षा समझौतों पर पूरी तरह अमल करने का भरोसा दिलाया।

उन्होंने कहा,ईरान की सुरक्षा इराक़ की सुरक्षा है। इराक़ की जमीन को ईरान के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा।

मुलाकात में हाल ही में गाजा में हुई युद्धविराम और इजरायली कार्रवाइयों पर भी चर्चा हुई। अल-अरजी ने इजरायल पर भरोसा नहीं जताया और कहा कि युद्धविराम के उल्लंघन का खतरा मौजूद है। मध्य पूर्व में शांति स्थापित करने के लिए क्षेत्रीय देशों के बीच सहयोग और एकता जरूरी है।

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha